tag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post3126434926690759623..comments2023-10-24T17:01:13.971+05:30Comments on निरामिष: इनमें भी जाँ समझ कर, इनको जकात दे दोAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/04417160102685951067noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-15922649361098656222011-03-08T17:45:28.115+05:302011-03-08T17:45:28.115+05:30पंडित जी बङिया चीज खोजकर लाये । और बेहद महत्वपूर्ण...पंडित जी बङिया चीज खोजकर लाये । और बेहद महत्वपूर्ण <br />इसलिये कि मुसलमान कवि की है । धन्यवाद ।सहज समाधि आश्रमhttps://www.blogger.com/profile/12983359980587248264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-83892269961185727312011-03-08T13:14:16.131+05:302011-03-08T13:14:16.131+05:30काश! इस पूरी भाव कविता का असर
जल्लाद और शिकारी दि...काश! इस पूरी भाव कविता का असर <br />जल्लाद और शिकारी दिमागों पर हो जाए!! <br />तो मैं जीतेजी जन्नत देख लूँगा!!PRATULhttps://www.blogger.com/profile/03991585584809307469noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-1233481118209208972011-03-07T05:31:21.872+05:302011-03-07T05:31:21.872+05:30एक सुन्दर, सार्थक, और प्रेरक रचना।एक सुन्दर, सार्थक, और प्रेरक रचना।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-24419339187268790722011-03-05T20:35:06.895+05:302011-03-05T20:35:06.895+05:30काश ! निरीह जीवो को कम से कम सभी जागरूक इंसानों क...काश ! निरीह जीवो को कम से कम सभी जागरूक इंसानों की जकात तो मिल ही जाती.अब उनकी बात छोड़ दे जिन्होंने जानबूझ <br />कर आँखें बंद कर रखी हैं.प्रभु कृपा से उनकी भी आँखें जरूर खुलेंगी एक न एक दिन .Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-34283086969345197942011-03-04T21:06:11.544+05:302011-03-04T21:06:11.544+05:30सार्थक अर्थपूर्ण अपील......सार्थक अर्थपूर्ण अपील...... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-24539459862035136802011-03-04T20:44:44.956+05:302011-03-04T20:44:44.956+05:30बेहद सार्थक पंक्तियाँ...जितनी भी तारीफ़ की जाए उतन...बेहद सार्थक पंक्तियाँ...जितनी भी तारीफ़ की जाए उतनी ही कम है। ईश्वर से प्रार्थना है कि ऐसा ही हो।वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05613141957184614737noreply@blogger.com