tag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post3760257478754456008..comments2023-10-24T17:01:13.971+05:30Comments on निरामिष: आहार : पोषण मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययनAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/04417160102685951067noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-3028280298667803852011-09-14T14:00:27.695+05:302011-09-14T14:00:27.695+05:30हिंदी दिवस पर सबको शुभकामनाएं! आइए हम सब मिलकर इस ...हिंदी दिवस पर सबको शुभकामनाएं! आइए हम सब मिलकर इस खूबसूरत और समृद्ध भाषा के विस्तार और विकास में अपना अपना योगदान दे इससे हिंदी के साथ साथ हमारा अपना भी भला होगा ऐसा मेरा विचार/मानना है!! <br /> <br /><a href="http://rajpurohitagra.blogspot.com/2011/09/blog-post_14.html" rel="nofollow"> आपकी राय जरुर दे !!</a>Sawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/12180922653822991202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-14503087328228514472011-09-12T18:33:42.967+05:302011-09-12T18:33:42.967+05:30संजय 'हबीब'जी,
सार्थक दोहा है……
"शाका...संजय 'हबीब'जी,<br />सार्थक दोहा है……<br />"शाकाहारी बनें सब, जो भी हैं इंसान<br />जियें स्वयं, जीने दें, सब को दें सम्मान"सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-48892149394548243852011-09-12T07:46:33.846+05:302011-09-12T07:46:33.846+05:30"शाकाहारी बनें सब, जो भी हैं इंसान
जियें स्वय..."शाकाहारी बनें सब, जो भी हैं इंसान<br />जियें स्वयं, जीने दें, सब को दें सम्मान" <br /><br />सुन्दर जानकारी... सुन्दर आवाहन...<br />सार्थक प्रस्तुति.... सादर आभार...S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-58971741599526828512011-09-11T19:36:39.479+05:302011-09-11T19:36:39.479+05:30प्रतुल जी नें सही कहा जंगलीपन की बच रही विकृति ही ...प्रतुल जी नें सही कहा जंगलीपन की बच रही विकृति ही है मांसाहार।<br />गौरव जी, आभार आपका।<br />डॉ मोनिका जी, आप तो वैसे ही अन्नपूर्णा कही जाती है,आपके तो अन्तरमन में बसी होती है ऐसी निरामिष की निर्मल,निरापद,निरामय पोषक सूचियां।<br />बंधु दिवस जी, सही कहा आपने और यही उद्देश्य है लोगों के मानस से प्रोटीन भ्रांतियां दूर की जाय।<br />रेखा जी, सही निर्देश!!<br />अनुराग जी,<br />आपने तो हमेशा की तरह पूरक जानकारी दी है। मैं आपकी पंक्तियों को पोस्ट में जोडना उत्तम समझता हूँ।<br />विरेन्द्र जी,<br />उत्साहवर्धन की कृपा बनाएं रखें। <br /><br /><b>आप सभी से ऐसे ही उत्साहवर्धन की अपेक्षा है।</b>सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-43624002175286424832011-09-11T14:46:45.667+05:302011-09-11T14:46:45.667+05:30एक ज़रूरी व ज्ञानवर्धक लेख!एक ज़रूरी व ज्ञानवर्धक लेख!वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17461991763603646384noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-4509793458903679492011-09-11T09:24:34.452+05:302011-09-11T09:24:34.452+05:30उपयोगी जानकारी के लिये आभार! वनस्पति व जीव कोशिकाओ...उपयोगी जानकारी के लिये आभार! वनस्पति व जीव कोशिकाओं की संरचना में अंतर के कारण फ़ाइबर्स केवल वनस्पति स्रोत से ही प्राप्त होते हैं। इसके अलावा, अनेक बीमारियों की जड़ कॉलेस्ट्रोल का वनस्पति स्रोतों में पूर्णाभाव होता है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-17889907750633468722011-09-11T00:35:03.745+05:302011-09-11T00:35:03.745+05:30माँसाहारी लोग देख ले , शाकाहारी होने में ही फायदा ...माँसाहारी लोग देख ले , शाकाहारी होने में ही फायदा है.रेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-47319128716221942472011-09-10T23:25:04.918+05:302011-09-10T23:25:04.918+05:30आदरणीय भाई सुज्ञ जी, सच में बेहतरीन जानकारी है| प्...आदरणीय भाई सुज्ञ जी, सच में बेहतरीन जानकारी है| प्रोटीन के नाम का हव्वा दिखाने वालों को दरअसल प्रोटीन के नाम पर मांस भक्षण का एक बहाना मिला हुआ है|<br /><br />आदरणीय भाई प्रतुल जी, साधुवाद| बेहतरीन टिपण्णी|दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-26181944799066921672011-09-10T22:30:31.385+05:302011-09-10T22:30:31.385+05:30बहुत ही अच्छी जानकरी दी..... शाकाहारी पदार्थों की...बहुत ही अच्छी जानकरी दी..... शाकाहारी पदार्थों की जानकारी की सूची मेरी रसोई का हिस्सा बन रही है..... :) डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-88032978859127293252011-09-10T21:57:07.858+05:302011-09-10T21:57:07.858+05:30प्रतुल जी के विचार चिन्तन को मजबूर कर देते हैं , उ...प्रतुल जी के विचार चिन्तन को मजबूर कर देते हैं , उनकी टिप्पणी अवश्य पढ़ेंएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-76190423494372916072011-09-10T21:51:59.680+05:302011-09-10T21:51:59.680+05:30इस लेख की बहुत जरूरत थी
कभी चर्चा में काम आएगा :)...इस लेख की बहुत जरूरत थी <br />कभी चर्चा में काम आएगा :) <br />धन्यवाद सुज्ञ जीएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-84419405020433347042011-09-10T20:54:11.123+05:302011-09-10T20:54:11.123+05:30जंगली पशुओं का भोजन है ....... मांस....
यदि उनमें...जंगली पशुओं का भोजन है ....... मांस.... <br />यदि उनमें समझ उन्नत होती तो वे भी शाकाहारी हो गये होते..... <br />जंगली जानवरों की भूख की समस्या हल कर दी जाये तो वे भी हिंसा त्याग देंगे..... ऐसा मेरा मानना है.<br />विज्ञान और संचार के साधनों ने दूरी को घटा दिया है.. बंजर को उपजाऊ बनाने की क्षमता हासिल कर ली है तो भी यदि जीव मांस भक्षण कर रहा है तो यह उसकी कम-अक्ली ही मानी जायेगी.<br /><br />सुज्ञ जी .... बेहद उपयोगी और संकलित करने योग्य जानकारी........ आभार.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.com