tag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post6482679215365660009..comments2023-10-24T17:01:13.971+05:30Comments on निरामिष: भारत के प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट हुसैन ज़ामिन जी को नमनAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/04417160102685951067noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-27953251880344283072012-02-16T09:06:19.226+05:302012-02-16T09:06:19.226+05:30हुसैन जामिन जी, आपको यहाँ देखकर बहुत अच्छा लगा!हुसैन जामिन जी, आपको यहाँ देखकर बहुत अच्छा लगा!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-70883298077412703932012-02-16T09:05:44.633+05:302012-02-16T09:05:44.633+05:30प्रसाद चितारे और आशीष कुमार का भी अभिनन्दन! शाकाहा...प्रसाद चितारे और आशीष कुमार का भी अभिनन्दन! शाकाहार-जगत में सभी का स्वागत है!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-50221244196776800832012-01-24T01:08:14.687+05:302012-01-24T01:08:14.687+05:30सही कहा सलिल जी, निरामिष का उद्देश्य कुंद और निष्ठ...सही कहा सलिल जी, निरामिष का उद्देश्य कुंद और निष्ठुर होती जा रही सम्वेनाओं को जीव और जीवन के प्रति संवेदनशील बनाने का प्रयास ही है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-78093875538798825062012-01-23T14:04:36.117+05:302012-01-23T14:04:36.117+05:30यह लाघुपोस्ट या उद्धरण यह साबित करता है कि कलाकारो...यह लाघुपोस्ट या उद्धरण यह साबित करता है कि कलाकारों का न तो कोइ मज़हब होता है न ज़ात.. और संवेदनाएं तो इन सबसे परे एक स्वर्गिक आनुभव है... इस महान कलाकार की संवेदनाओं के आगे नतमस्तक हूँ!! वास्तव में निरामिष का उद्देश्य ही उस संवेदना को जीवित करना है जो हमें जीवों और जीवन के प्रति संवेदनशील बनाती है!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-950272275532282662012-01-23T13:15:49.452+05:302012-01-23T13:15:49.452+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की ...बहुत सुन्दर प्रस्तुति।<br />नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर उनको शत शत नमन!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-66958386005194449302012-01-23T08:53:55.688+05:302012-01-23T08:53:55.688+05:30निजी निर्णय तो और भी ज्यादा प्रशंसनीय है | जो निर्...निजी निर्णय तो और भी ज्यादा प्रशंसनीय है | जो निर्णय धर्म के/ समाज के या किसी के कहने से लिया जाए, या, जो शाकाहार अपनी बचपन से देखी हुई जीवनचर्या से आये , वह तो comfort zone है | किन्तु जो निर्णय अपनी accepted जीवनचर्या से अलग हट कर सिर्फ करुणा भाव से लिया जा रहा है, वह व्यक्ति की इंसानियत को दर्शाता है | <br /><br />एक भी व्यक्ति के निजी रूप से भी यह परित्याग करने से अनेकों जीव इस असह्य पीड़ा और अकाल मृत्यु से बच जाते हैं |Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-84585840130425143732012-01-23T08:14:48.735+05:302012-01-23T08:14:48.735+05:30अनुकरणीय |
.... नमनअनुकरणीय |<br />.... नमनShilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-56100088581610503212012-01-23T07:02:16.853+05:302012-01-23T07:02:16.853+05:30अनुकरणीय निर्णय..... नमनअनुकरणीय निर्णय..... नमन डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-55584697219410642452012-01-22T23:00:34.963+05:302012-01-22T23:00:34.963+05:30सबसे पहले तो हम आपका इस निरामिष ब्लॉग पर स्वागत कर...सबसे पहले तो हम आपका इस निरामिष ब्लॉग पर स्वागत करते है। सहमत है इस बात से कि यह आपका व्यक्तिगत फैसला है। दया, करूणा व सम्वेदनाएं हमेशा व्यक्तिगत स्तर पर ही पनपती है आपके दिल की उन कोमल भावनाओं का ही सम्मान कर रहे है। भाई अब्बास साहब और जनाब हुसैन अली साहब का भी तहेदिल से अभिनन्दन करते है। कुल मिलाकर एक ही बात है कि विशेषरूप से रहम के लिए शाकाहार अपनाया जाय। और हिंसा - हत्या के गैर जरूरी समर्थन से बचा जाय।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-77888807243111583682012-01-22T22:34:33.129+05:302012-01-22T22:34:33.129+05:30yeh to mera vyaktigat saadharan sa faisla hai,,,,m...yeh to mera vyaktigat saadharan sa faisla hai,,,,mere anek mitra aur bhai Abbas Zamin sahab, behnoi Husain Ali sahab bhi barson se shuddh shakaahari hi hain....Husain Zaminhttps://www.blogger.com/profile/08527758499744069031noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-24999573681760092512012-01-22T19:58:51.350+05:302012-01-22T19:58:51.350+05:30दोनों ही महानुभावों का अभिनन्दन.दोनों ही महानुभावों का अभिनन्दन.बरेली सेhttps://www.blogger.com/profile/10127507436735317915noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-20438579069313465012012-01-22T16:50:03.838+05:302012-01-22T16:50:03.838+05:30बहुत ही सुन्दर कार्य, जीवों पर दया हो..बहुत ही सुन्दर कार्य, जीवों पर दया हो..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-91019292762163405942012-01-22T11:38:23.879+05:302012-01-22T11:38:23.879+05:30कुछ की तो आँखें खुलीं ..कुछ की तो आँखें खुलीं ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-5915747238959720352012-01-22T10:38:15.666+05:302012-01-22T10:38:15.666+05:30इसमें दो नाम जोड़ लीजिये
प्रसाद चितारे और आशीष क...इसमें दो नाम जोड़ लीजिये <br />प्रसाद चितारे और आशीष कुमार <br />बड़े ही दिल वाले है ये लोगAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-83357580566582064002012-01-22T09:35:59.593+05:302012-01-22T09:35:59.593+05:30यह आपने अच्छा ही किया दयानिधि जी। मानव मननशील प्रा...यह आपने अच्छा ही किया दयानिधि जी। मानव मननशील प्राणी है, न जाने कब किसका हृदय परिवर्तन हो जाये। यहाँ अमेरिका में देखता हूँ कि बहुत से मांसाहारी बच्चों को मांस के पीछे छिपे प्राणी की पीड़ा की जानकारी ही नहीं है। लेकिन जब कभी उन्हें इसकी असलियत पता लगती है तो वे अपने आहार की प्रकृति बदले बिना नहीं रह पाते हैं। स्वामी विवेकानन्द ने भी कहा है कि जिनका शुद्ध सत्व विकसित होता है मांस-मच्छी के प्रति उनकी सारी रुचि नष्ट हो जाती है। यह आत्मा के उदात्त होने का चिन्ह है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-1605812488543350112012-01-22T05:01:05.182+05:302012-01-22T05:01:05.182+05:30श्रीमान हुसैन जामिन साहब का यह अपडेट पढ़कर मुझे बहु...श्रीमान हुसैन जामिन साहब का यह अपडेट पढ़कर मुझे बहुत अच्छा लगा और फिर मैंने उनसे इसे पोस्ट करने की इजाजत मांगी जो उन्होंने देकर उपकृत किया.बरेली सेhttps://www.blogger.com/profile/10127507436735317915noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-91976461115625051472012-01-22T00:07:20.910+05:302012-01-22T00:07:20.910+05:30मेरी मुलाकात भी जामिन साहब से फेसबुक के जरिये हो च...मेरी मुलाकात भी जामिन साहब से फेसबुक के जरिये हो चुकी है. उनका यह कदम तो वाकई प्रशंसनीय है.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-81818473916240124462012-01-21T23:39:35.240+05:302012-01-21T23:39:35.240+05:30सुप्रसिद्ध कलाकार हुसैन ज़ामिन जी की चित्रकारी से ...सुप्रसिद्ध कलाकार हुसैन ज़ामिन जी की चित्रकारी से बचपन से ही प्रभावित रहा हूँ। पर आज तो वे वाकई दिल जीत ले गये। <br />जीवहिंसा को प्रोत्साहन देने के लिये मायावाती द्वारा प्रस्तावित नये क़त्लखानों का मैं विरोध करता हूँ!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5771967989998427826.post-18021535705160153432012-01-21T23:32:16.373+05:302012-01-21T23:32:16.373+05:30एक सम्वेदनशील दिल से करूणा की सरीता तो बहेगी ही!!
...एक सम्वेदनशील दिल से करूणा की सरीता तो बहेगी ही!!<br />सलाम हुसैन ज़ामिन साहब के कोमल हृदय को!! उनके मन के निर्मल भाव का सम्मान करते है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.com