सोमवार, 9 अप्रैल 2012

आहार ही औषध - फ़ल-चिकित्सा


फ़ल-चिकित्सा:फ़लों से करें रोग निवारण.

यह तो प्रायः सभी जानते हैं कि फ़ल और सब्जियां सबसे अच्छे भोज्य पदार्थ हैं।अत: भोजन में इनको ज्यादा से ज्यादा शामिल करना अच्छे स्वास्थ के लिये बेहद जरूरी है। यहां मैं उन लोगों के लिये जो विभिन्न प्रकार के रोगों से संघर्ष करते हुए जीवन जी रहे हैं ,रोगों के अनुसार फ़लों व सब्जियों से चिकित्सा का प्रावधान प्रस्तुत कर रहा हूं। आप आयुर्वेदिक, ऐलोपैथिक, यूनानी जो भी ईलाज ले रहे हों, फ़ल-सब्जी से चिकित्सा का आप अतिरिक्त लाभ उठा सकते हैं। फ़लों और सब्जियों में एन्टिओक्सीडेंट्स पाये जाते हैं। शरीर का इम्यून पॉवर यानी रोग-प्रतिकार क्षमता बढती है।

  • उच्च रक्त चाप:

अंगूर, टमाटर, अखरोट, तरबूज, संतरा, सेवफ़ल, केला, नाशपती, पत्तागोभी, लहसुन, ककडी, नींबू.

  • रक्ताल्पता,एनीमिया,खून की कमी:

टमाटर, संतरा, अंगूर, सेवफ़ल, स्ट्राबेरी,चुकंदर, गाजर, अंजीर, आलूबुखारा, दाख, पालक, शलजम.

  • उच्च कोलेस्टरोल(खराब वाला):

आम, अखरोट, सेवफ़ल, जामुन, गाजर, प्याज, लहसुन, संतरा.

  • हृदय के रोग:

सेवफ़ल, अख्र्रोट, केला, पाएनेपल, तरबूज, नाशपती.

  • लिवर के विकार:

पपीता, नीबू, अंगूर, गाजर, टमाटर, ककडी, चुकंदर.
  • धमनियां कठोर हो जाना:

संतरा, टमाटर, सेवफ़ल, स्ट्राबेरी, अखरोट, केला.

  • मधुमेह,डायबीटीज,शूगर:

टमाटर, तरबूज, नाशपती, अमरूद, खट्टे फ़ल.

  • छोटी आंत में पीडा,मरोड,दर्द:

अंगूर टमाटर, सेवफ़ल, केला, अमरूद, पाईनेपल.

  • खांसी:

अंगूर, सेवफ़ल, स्ट्राबेरी, नाशपती, पाईनेपल, गाजर, नींबू.प्याज, पालक, संतरा.

  • अतिसार,दस्त लगना:

सेवफ़ल.

  • बदहजमी:

पपीता, सेवफ़ल, अंगूर, गाजर, चुकंदर, नीबू,संतरा, पाईनेपल, पालक.

  • बवासीर:

सेवफ़ल, केला, अंगूर, संतरा, पपीता, पाईनेपल, गाजर, पालक, शलजम.

  • संधिवात:

अंगूर, सेवफ़ल, गाजर, नींबू, नाशपाती, ककडी, पाईनेपल, टमाटर, लाल मिर्च, संतरा, चुकंदर, पालक.

  • गठिया:

अनानास(पाईनेपल),ककडी,चुकंदर,पालक,टमाटर.

  • दांत की तकलीफ़:

अंगूर, स्ट्राबेरी.

  • चर्म रोग:

सेवफ़ल, टमाटर, पपीता, अखरोट, स्ट्राबेरी.

  • फ़्लू बुखार:

नींबू, पाईनेपल, लोकाट, स्ट्राबेरी.

  • गर्भवती को उल्टी होना:

नाशपती

  • कमर दर्द: 

तरबूज, नाशपती.

  • पीठ दर्द:

तरबूज, नाशपती.

  • मोटापा:

नीबू, संतरा, अंगूर, पाईनेपल, पपीता, चुकंदर, गोभी, टमाटर।
(सेवफ़ल सप्ताह में एक बार आधा लिटर जूस पीयें।)

  • वातव्याधि:

विटामिन" सी" और एंटी ओक्सेडेंट परिपूर्ण फ़लों का सेवन करं।

  • हार्ट अटेक,स्ट्रोक:

रसभरी फ़ल(रास्पबेरी)
जितना भी पचा सकें ,खाएं। इससे धमनी का रक्त दाब घटता है और कोलेस्टरोल की मात्रा भी संतुलित होती हैं।

  • मुख पाक,मुख के संक्रमण:

सतरा, नाशपती, अमरूद.

  • किडनी फ़ेल्योर रोगी: (जो रोगी डायलिसिस पर चल रहे हों उन्हें ककडी का जूस कई महीने देते रहने से डायलिसिस की जरूरत नहीं रहेगी। किडनी एक्टीवेट करने वाला फ़ल है-)

सेवफ़ल, संतरा, नीबू, गाजर,चुकंदर का रस भी उपयोगी हैं।

  • बुढापा रोकने वाले फ़ल:

सेवफ़ल, पत्तागोभी, ब्रोकली,जामुन, आंवला, लहसुन, अंगूर, मूली, पालक, टमाटर.

  • दमा,अस्थमा:

गाजर, संतरा, नाशपाती, लाल मिर्च.

  • सर्दी,जुकाम:

लहसुन, गाजर, पत्तागोभी, नीबू, प्याज, संतरा,स्ट्रॉबेरी, पाईनेपल.

  • कब्ज:

गाजर, पत्तागोभी, अंजीर, अंगूर, संतरा, पपीता, आलूबुखारा, कद्दू, चुकंदर, सेवफ़ल, शलजम.

  • चेहरे पर कील,मुहासे:

आम, गाजर, अंगूर, संतरा, तरबूज, प्याज, कद्दू, पालक, स्ट्राबेरी.

  • ब्लाडर,मूत्राषय समस्याएं:

नीबू, ककडी, गाजर, सेवफ़ल.

  • नींद की कमी,निद्राल्पता:

नीबू, गाजर, अंगूर, सेवफ़ल.

  • पीलिया:

नीबू, गाजर, नाशपाती, अंगूर, पालक, चुकंदर, ककडी, पपीता.

  • नाडी मंडल का दर्द,न्यूराईटीज:

पाईनेपल, सेवफ़ल, गाजर, चुकंदर, संतरा.

  • मासिक धर्म के विकार:

आलू बुखारा, शलजम, चुकंदर, पालक, अंगूर.

  • एक्जीमा:

गाजर, लाल अंगूर, पालक, ककडी, चुकंदर.

  • सिर दर्द:

नीबू, गाजर, अंगूर, पालक.

  • मिर्गी रोग,एपिलेप्सी:

पालक, अंजीर, गाजर, लाल अंगूर.

  • किडनी विकार:

सेवफ़ल, नीबू,संतरा, ककडी, गाजर, चुक्कंदर.
  • पेट के अल्सर:

अंगूर, गोभी, गाजर.

  • गले के विकार:

नीबू, संतरा, पाईनेपल, गाजर, मूली, पालक, आलूबुखारा, टमाटर, प्याज.

लेखक - डॉ. दयाराम आलोक,
लेखक परिचय  

डॉ. दयाराम आलोक,
एम.ए., आयुर्वेद रत्न,D.I.Hom(London), व्यवसाय-हर्बल चिकित्सा।

आप विशेषत: गुर्दे एवं पित्ताशय की पथरी और प्रोस्टेट वृद्धि से मूत्र बाधा की चिकित्सा में सलग्न है। समाजसेवा के कार्य में विशेष गरीब परिवारों की कन्याओं के लिये स्ववित्तपोषित नि:शुल्क समूह विवाह के आयोजन करते है। आप ‘अखिल भारतीय दामोदर दर्जी महासंघ.’ के संचालक है। इन्टरनेट पर सामाजिक, स्वास्थ्य विषयक एवं कविता के ब्लॉग लिखना इनकी प्रधान रुचियों में से है।
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11 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही लाभदायक फलाहार तालिका!! जो लोग व्रत रखते हैं, उनके लिए तो यदि उन्हें कोई रोग हो तो उसके अनुसार फलाहार को व्यवस्थित कर सकते हैं!!

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  2. इसीलिए मांसाहार शाकाहार के आगे कहीं नहीं ठहरता.

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  3. अच्छी जानकारी, रोगों में फलाहार अरिरिक्त सप्लीमेंट की गरज़ पूरी करते है। आभार दयाराम जी!!

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  4. बहुत ही ज्ञानवर्धक प्रस्‍तुति।

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  5. बहुत उपयोगी है.मेरे काम की भी है.

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  6. इतनी बिमारियों के साथ टायफायड के बारे में भी बता दिया होता !
    उपयोगी जानकारी !

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    1. टायफ़ाईड संबंधी जानकारी के लिये मेरा"रोग निवारक चिकित्सा" ब्लाग पढें जिसका पता है--
      http://healinathome.blogspot.com

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